Mulayam Singh Yadav funeral News Live: आज दोपहर बाद तीन बजे होगा सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार, पीएम के आने की चर्चा

Mulayam Singh Yadav funeral Live News in Hindi: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज उनके पैतृक गांव सैफई में अंतिम संस्कार होगा। सोमवार सुबह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उनका निधन हो गया था। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है। पढ़ें मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार से जुड़ा हर अपडेट-
जयाप्रदा ने 'नेता जी' के निधन पर जताया शोक
रामपुर लोकसभा क्षेत्र की पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने सपा मुखिया एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर दुख जताया है। सांसद जयाप्रदा ने कहा कि आदरणीय नेताजी के स्वर्गवास होने का समाचार सुनकर बहुत दुःख हुआ। मै जब समाजवादी पार्टी में थी तब मै नेताजी से बहुत प्रभावित थी वह हमेशा परिवार और समाज को बाँधकर चलने की बात करते थे और उन्होंने ही समाजवादी पार्टी को और परिवार को एक माला में पिरो कर रखा।
10 बजे सैफई के मेला ग्राउंड में रखा जाएगा मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर
नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह 10 बजे सैफई मेला ग्राउंड के पंडाल में रखा जाएगा। मुलायम सिंह के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए सैफई में लोग बड़ी संख्या में यूपी के अलग-अलग जिलों से आ रहे हैं। दोपहर तीन बजे उन्हें मुखाग्नि दी जाएगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी हो सकते हैं अंतिम संस्कार में शामिल
सपा संरक्षक मुलायम सिंह के अंतिम दर्शन के लिए कई राजनीतिक दलों के दिग्गज भी सैफई पहुंच रहे हैं। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कई मुख्यमंत्रियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है।
ममता और नीतीश भी हो सकते हैं अंतिम संस्कार में शामिल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही कई केंद्रीय और प्रदेश स्तर के मंत्रियों के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं।
‘धरतीपुत्र’ की वो ख्वाहिश जो अधूरी रह गई
कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता, कहीं जमीन तो कहीं आसमां नहीं मिलता...। निदा फाजली का ये शेर ‘धरतीपुत्र’ मुलायम सिंह पर चरितार्थ होता है। प्रधानमंत्री बनने की उनकी ख्वाहिश अधूरी रह गई। 1996 और 1999 में दो बार दिल्ली की सत्ता में काबिज होते-होते वह दौड़ में पिछड़ गए। उनके अपनों ने ही पत्ता काट दिया। इसकी कसक ताउम्र उन्हें सालती रही।
नेता असाधारण, व्यवहार साधारण
मुलायम परिश्रमपूर्वक साधारण से असाधारण नेता बने, लेकिन लोकव्यवहार में हमेशा साधारण ही बने रहे। अकेले दम पर पार्टी बनाई। कई बार मुख्यमंत्री रहे। रक्षा मंत्री रहे, लेकिन यारी-दोस्ती और मित्रता में अपने-पराए में भेद नहीं किया। विपक्ष में भी जिससे दोस्ती हुई, उससे आजीवन निभाया। यारों के यार थे मुलायम सिंह। हृदय नारायण दीक्षित, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष
सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम करीब पांच बजे सैफई पहुंच कर श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी आने की चर्चा है। हालांकि अभी तक अधिकृत कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है।
मुलायम सिंह यादव लंबे समय थे बीमार
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को प्रोस्टेट, किडनी, सीने में संक्रमण, कम ऑक्सीजन लेवल, लो ब्लड प्रेशर सहित कई तरह की समस्या थी। दो अक्तूबर को स्थिति गंभीर होने पर उन्हें मेदांता हॉस्पिटल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया। चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने लगातार उपचार किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
यूपी में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा
प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्रियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सरकार ने कैबिनेट के सभी प्रस्ताव स्थगति कर दिए। मुख्यमंत्री ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।