Rewa Railway Station की इस ब्लंडर मिस्टेक पर आपने कभी गौर नहीं किया होगा

Rewa News: मध्य प्रदेश का रीवा जिला सफ़ेद बाघों की धरती के लिए जाना जाता है, क्योंकि दुनिया का पहला सफ़ेद बाघ यानी White Tiger रीवा राजघराने के क्षेत्र में आने वाले जंगलों में मिला था, जिसका नाम था मोहन। हम आपको ये बात इसी लिए बता रहे हैं क्योंकि इस आर्टिकल में सफ़ेद बाघ वाले नॉलेज की जरूरत पढ़ने वाली है. लेकिन रीवा रेलवे स्टेशन (Rewa Railway Station) में इसी जनरल नॉलेज की कमी दिखती है.  

रीवा रेलवे स्टेशन के मेन गेट में ही ब्लंडर मिस्टेक दिखाई देती है। जिसे आपके गौर से देखा होगा, फोटो भी खींची और खिंचवाई होगी लेकिन उस गलती पर शायद ही ध्यान दिया होगा और ध्यान दिया भी होगा तो नजरअंदाज किया होगा। 

रीवा रेलवे स्टेशन के गेट में क्या दिक्कत है 

रीवा रेलवे स्टेशन बढ़िया डेवलप हुआ है. कोई कमी नहीं है. सुंदर सा तिरंगा लहराता है, फब्बारा बहता है, सब चकाचक है लेकिन एक कमी है, वो कमी सामान्य ज्ञान की है. रेलवे स्टेशन के एंटी वाले गेट के ठीक ऊपर सफ़ेद बाघ की दो तस्वीरें लगी हुईं हैं जो यह बताती हैं कि रीवा की धरती ‘लैंड ऑफ़ वाइट टाइगर’ है. लेकिन यहीं रेलवे प्रबंधन से एक मिस्टेक हो गई. और वो मिस्टेक कई सालों से चिपकी हुई है किसी ने हटाने की या उसे बदलने की कोशिश नहीं की. 

अरे भाई कहना क्या चाहते हो 

आप यही सोच रहे होंगे कि ‘अरे भाई कहना क्या चाहते हो आसान भाषा में कहो’ तो सुनिए। रीवा रेलवे स्टेशन में जो सफ़ेद बाघों की फोटो लगी है उसके नीचे हिंदी में लिखा है ”सफ़ेद शेरों की धरती में आपका स्वागत है” ‘दुनिया का पहला सफ़ेद शेर ‘मोहन’ रीवा के जंगलों में पाया गया था”. पहली बात, रीवा सफ़ेद शेर नहीं सफ़ेद बाघ जिसे इंग्लिश में White Tiger कहते हैं उसकी धरती है. दूसरी बात मोहन सफ़ेद शेर नहीं सफ़ेद बाघ था. तीसरी बात ये कि बाघ और शेर में बहुत फर्क होता है. 

आदमी आम बोलचाल में बाघ को शेर और शेर को बब्बर शेर कहता है. लेकिन बाघ, बाघ होता है और शेर ही बब्बर शेर कहलाता है. दोनों में वही फर्क होता है जो चील और बाज़ में होता है. दोनों चिड़िया ही हैं लेकिन अलग-अलग प्रजाति हैं. जैसे आप तेंदुए और चीता में फर्क जानते हैं उसी तरह शेर यानी Lion और बाघ यानी Tiger में फर्क जानना चाहिए. वैसे GK की एक और चीज़ बता दें, सफ़ेद शेर भी होता है जिसका मोहन और रीवा के जंगलों से कोई नाता नहीं है. अब नर्सरी क्लास में पढाई जाने वाली बात रेलवे मैनेजमेंट के पढ़े-लिखे अफसरों को नहीं पढाई जा सकती लेकिन ये छोटी सी मिस्टेक सुधारने में किसी का क्या जाता है? 

किसी ने रीवा का दिल चुरा लिया है, आशिक चोर फरार है और दिल भी बरामद नहीं हुआ है, मजेदार खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

Disclaimer:
Story published through syndicated feed
This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by DHN Press Team.
Source link

Share this story